गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। इसके साथ ही कुछ ही दिनों में बच्चों के स्कूल की छुट्टियां भी शुरू हो जाएंगी। ऐसे में पूरी फैमिली का इंजॉयमेंट कुछ दिनों के लिए कहीं बाहर घूमकर हो जाए तो इससे अच्छी बात क्या हो सकती है। यूं तो भारत में घूमने के लिए तमाम सारी जगहें हैं लेकिन तमिलनाडु के सेलम जिले में स्थित हिल स्टेशन ‘येरकाड’ बेहद खूबसूरत है। अगर नेचर को करीब से महसूस करने की इच्छा है तो ऐसे लोगों के लिए यह एक बेहतरीन ऑप्शन है। आइए जानते हैं येरकाड में किन जगहों को कर सकते हैं एक्सप्लोर…
Yercaud Lake
येरकाड लेक को बिग लेक के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर के बिलकुल बीच में स्थित है। चारों ओर फैली हरियाली झील को और ज्यादा खूबसूरत बनाती है। इसके अलावा यहां बोटिंग का भी ऑप्शन है। खास बात यह है कि यहां की ठंडी हवा किसी को भी तरोताजा कर सकती है। लेक के बीच में एक द्वीप है जिसे ओवरब्रिज के जरिए मुख्य भूमि से जोड़ा गया है। इस द्वीप पर हिरन और मोर देखे जा सकते हैं।
पगोडा पॉइंट
येरकाड का सफर पगोडा पॉइंट को देखे बिना अधूरा है। इस पॉइंट से पूरे शहर का मनमोहक नजारा देखने को मिलता है। इस जगह का नाम इसलिए पगोडा पॉइंट है क्योंकि यहां पत्थरों से बनी एक ऐसी संरचना है जो देखने में बिलकुल पगोडा लगता है।
शेवाराय मंदिर और भालू की गुफा
सर्वरायन पहाड़ी पर समुद्र तल से 5326 फीट ऊपर शेवाराय मंदिर स्थित है। यह स्थान येरकाड की सबसे ऊंची जगह है। यह मंदिर स्थानीय देवता सरवरन और उनकी पत्नी कवरिअम्मा को समर्पित है। यहां रहने वाली जनजाति के लोग हर साल मई में वार्षिकोत्सव मनाते हैं। वहीं, भालू की गुफा के लिए कहा जाता है कि 18वीं शताब्दी में यह गुफा महाराजा टीपू सुल्तान की गुप्त जगहों में शामिल थी।
लेडीज सीट
यह जगह ब्रिटिश काल से जुड़ी हुई है। दरअसल, अंग्रेज शासकों की पत्नियां इस जगह का इस्तेमाल अपनी किटी पार्टीज के लिए करती थीं। यहां से ढलते सूरज का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आता है। लेडीज सीट पर एक टेलिस्कोप है जिसके जरिए मैदानी इलाके को और नजदीक से देखा जा सकता है।
सिल्क फॉर्म ऐंड रोज गार्डन
यह जगह लेडीज सीट के पास ही है और यहां येरकाड की ट्रडिशनल कला को देखने को मौका मिलता है। इसके साथ ही सिल्क वॉर्म की ब्रीडिंग और ककून से सिल्क प्रॉडक्शन को भी देखा जा सकता है। सिल्क फॉर्म में भारत में सिल्क के इतिहास तो रोज गार्डन पहुंचकर आप कई तरह के गुलाबों की खुशबू ले सकते हैं।
पहुंचने का रास्ता
येरकाड से सबसे नजदीक तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डा है। इसके अलावा कोयंबटूर और बेंगलुरु हवाई अड्डों से भी यहां पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा सबसे मुख्य रेलवे जंक्शन सेलम है जो कि 31 किलोमीटर दूर है। वहीं, सेलम से बस और टैक्सी के जरिए भी येरकाड पहुंचा जा सकता है।