अडवेंचर ट्रिप के लिए किसी नई जगह की तलाश में हों तो मयूरभंज को आपकी प्लेस टू गो लिस्ट में शामिल कर लीजिए। ये जगह अडवेंचर के साथ ही नेचर के अलग-अलग रंगों से रूबरू करवाती है और अगर कहीं आपको वन्यजीवों से लगाव है। तब तो यह आपके लिए बिल्कुल मुफीद जगह है। जी हां उड़ीसा के मयूरभंज में स्थित सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान को इन तमाम बातों के साथ ही प्रकृति की शानदार खूबसूरती के लिए भी जाना जाता है। आइए जानते हैं…
अगर आप इस उद्यान के नाम को लेकर थोड़ा अजीब महसूस कर रहे हों तो बता दें कि यह नाम सेमल और लाल कपास के पेड़ों की वजह से पड़ा। जो कि यहां अधिक से अधिक मात्रा में पाया जाता है। इस शानदार उद्यान का क्षेत्र भी काफी ज्यादा है। साथ ही खूबसूरत झरनों के चलते यह जगह और भी ज्यादा अट्रैक्टिव हो जाती है। सिमलिपाल में हाथी, बाघ और हिरन के साथ ही पक्षियों की कई अन्य प्रजातियां पाई जाती हैं। खास बात यह है कि आप इन्हें करीब से देख सकते हैं।
जाने का सही समय
सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान जाने के लिए सबसे सही समय सितंबर माह से ही शुरू हो जाता है। इसके साथ ही सैलानियों की भी आमद होने लगती है। बता दें कि यह सिलसिला मार्च तक चलता रहता है। इसकी वजह यह है कि सितंबर से मार्च तक का समय यहां के लिए बेस्ट होता है। इस दौरान यहां का मौसम बेहद खूबसूरत हो जाता है।
ऐसे पहुंच सकते हैं
अगर आप सिमलिपाल हवाई मार्ग से पहुंचना चाहते हैं तो भुवनेश्वर और कोलकाता इसके लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट होगा। वहीं रेल मार्ग से जाना चाहें तो बारीपादा से बालासोर जाना होगा। यहां से तकरीबन सभी बड़े शहरों के लिए ट्रेनों का संचालन होता है। अगर आप सड़क मार्ग से जाना चाहें तो भुवनेश्वर, कोलकाता और बालासोर से जा सकते हैं। यहां से उद्यान तक जाने के लिए परिवहन सुविधाएं चलती रहती हैं।