भव्यता आकर्षित करती हैं आपको तो जरूर देखें कर्नाटक की बादामी गुफाएं। इन गुफाओं का संबंध 500ईस्वी शताब्दी से है। ये प्राकृतिक गुफाएं नहीं हैं बल्कि इनका निर्माण विशाल पहाड़ों को काटकर किया गया है। उस काल में इतनी अडवांस टेक्नॉलजी की कल्पना और भव्य गुफाओं का दृश्य पर्यटकों को रोमांच से भर देता है।
कर्नाटक राज्य के बगलकोट जिले में स्थित है बादामी कस्बा। बादामी में स्थित हैं दुनियाभर में प्रसिद्ध गुफाएं। यहां इन गुफाओं के अलावा और भी कई भव्य ऐतिहासिक स्थल स्थित हैं, जो अब दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्पित करनेवाले टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुके हैं। अगर आप आप हिल स्टेशनंस और किलों-महलों से अलग कुछ देखना चाहते हैं तो कर्नाटक के बगलकोट आएं। यहां आपको सदियों पुरानी इमारतें, गुफाएं, मंदिर और महल के साथ ही प्रकृति के हसीन नजारे देखने को मिलेंगे।
यहां मालाप्रभा नदी बहती है और इसके समीप ही स्थित है, भगवान शिव को समर्पित भूतनाथ मंदिर। बादामी में 500 से 700 ईस्वी के बीच निर्मित एक भव्य किला भी स्थित है। इस किले को बादामी किले के नाम से जाना जाता है। इस किले में दीवारों और छतों की नक्काशी और जालियां देखकर आप भी अपने पूर्वजों के हुनर पर फख्र किए बिना नहीं रह पाएंगे। इन ऐतिहासिक धरोहरों में आपको द्रविड़ स्थापत्य शैली का प्रभाव देखने को मिलेगा।
ऐसे पहुंचे बादामी
कर्नाटक स्थित बादामी आप रेल, हवाई और सड़क मार्ग द्वारा जा सकते हैं। अगर आप कम समय के कारण फ्लाइट से बादामी जाना चाहते हैं तो इसके लिए निकटतम हवाई अड्डा हुबली है। हुबली से बादामी के लिए आपको करीब 1-6 किलोमीटर का सफर तय करना होगा।
रेल मार्ग से आप बादामी जाना चाहते हैं तो आपको देश के किसी भी बड़े शहर से यहां के लिए कनेक्टिविटी मिल जाएगी। बादामी का अपना रेलवे स्टेशन है। हालांकि इसका निकटम रेलवे जंक्शन हुबली है। कर्नाटक के सभी बड़े शहरों से आप सड़क मार्ग द्वारा भी बादामी के लिए सुरक्षित यात्रा कर सकते हैं।