मॉनसून आते ही बाइक लवर्स अपने दोस्तों के साथ लॉन्ग रोड ट्रिप प्लान करने लगते हैं। आखिर बरसात के मौसम में बाइक राइडिंग का अपना ही मजा है। हर तरफ हरियाली, ठंडी हवाएं और बारिश की फुहारें इन बाइक राइडर्स को वैलकम करती हैं। लेकिन मॉनसून के दौरान भारत की सड़कें इन बाइक राइडर्स के सामने कई चैलेंज भी खड़े करती हैं। जैसे, गड्ढों भरी सड़कें, कीचड़ वाली सड़कें और बरसात के पानी से भरी सड़कें। ऐसे में बाइक राइडर्स को सेफ राइड के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए…
बदलाव जो हैलमेट में जरूरी है
मॉनसून में लंबी दूरी की राइडिंग पर जाने से पहले जरूरी है कि आप अपने हैलमेट ऐंटि-फॉग कोटिंग करा लें। ताकि बरसात के कारण आपके हैलमेट के कांच पर जमा होनेवाला कोहरा राइडिंग में दिक्कत न पैदा करे। इस ऐंटि-फॉग कोटिंग से आपकी विजेबिलिटी सही रहेगी।
वॉटरप्रूफ राइडिंग गियर
मॉनसून में बाइक से लंबी यात्रा पर निकलने के दौरान सबसे जरूरी कामों में से एक है वाटरप्रूफ राइडिंग गियर में निवेश करना है। हाई-विजिबिलिटी रेनकोट खरीदें, जिसे आप अपने कपड़ों के ऊपर या रेन लाइनर और राइडिंग जैकेट के साथ पहन सकते हैं। यह आपको बारिश में गीला होने से भी बचाएगा और ठंड लगने से भी।
टायर्स की चेकिंग है जरूरी
लॉन्ग राइट पर जाने से पहले अपनी बाइक के टायर्स की हालत जरूर चेक करें। इस बात का ध्यान रखें कि टायर का कर्वी पैटर्न ठीक स्थिति में हो ताकि उनकी ग्रिप सही बनी रहे। इससे फिसलन भरी सड़कों पर राइडिंग के दौरान आपको खतरा नहीं रहेगा। आप बेहतर तरीके से अपनी रफ्तार को कायम रख सकेंगे और राइडिंग का पूरा मजा ले सकेंगे।
सड़क पर रखनी होंगी नजरे
जब तक आप पूरी तरह श्योर न हों कि यह रोड एकदम सही हालत में है। तब तक राइडिंग के दौरान सड़क से अपनी नजरें न हटाएं। क्योंकि अचानक से सड़क में आ जाने वाला गड्ढा आपको परेशानी में डाल सकता है। बेहतर होगा कि राइडिंग पर निकलने से पहले आप टायर्स की स्थिति चेक करा लें कि वे बरसात में लंबी दूरी तय करने की कंडीशन में हैं भी या नहीं।
बाइक राइडिंग स्टाइल बदलने का समय
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप बाइक की सवारी में कितने अच्छे हैं, फिसलन और दृश्यता की कमी प्रत्येक राइडर को समान रूप से प्रभावित कर सकती है। राइडिंग करते समय अन्य वाहनों से उचित दूरी बनाए रखना हमेशा महत्वपूर्ण होता है। हमेशा याद रखें कि बरसात में सडन ब्रेक लगाने से बचना चाहिए। ताकि तेज झटके कारण बाइक स्लिप करने का डर न रहे। इसके लिए धीरे-धीरे तेजी लाएं और ब्रेक लगाएं।