केरल की अलाप्पुझा झील पर सांप की तरह बिजली की रफ्तार से दौड़ती हुई नावें, सोचिए क्या नजारा होगा! यह नजारा यहां हर साल दिखाई देता है स्नेक बोट रेस में। अगर आप अगस्त में केरल जाने का प्लान बना रहे हैं तो यह रेस देखने से न चूकें।
बता दें कि केरल में मॉनसून को काफी जोश के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। यहां पानी से जुड़े कई त्योहार मनाए जाते हैं जिनमें स्नेक बोट रेस भी एक है। इस रेस को स्नेकबोट रेस नाम इसलिए दिया गया क्योंकि इसमें दौड़ने वाली नाव सांप जैसी होती है।
यह नाव काफी लंबी होती है। करीब 100 से 120 फीट लंबी इस नाव में करीब 100 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। यह बोट रेस काफी पॉप्युलर है और दुनियाभर से टूरिस्ट्स इसे देखने के लिए इकट्ठे होते हैं। इस रेस को देखने के लिए आपको चार्ज देना होता है, सीट बुकिंग के लिए एक्स्ट्रा चार्ज लगता है। टिकट पहले से ही बुक करने होते हैं।
यहां होने वाली स्नेक बोट रेस चार तरह की होती हैं, जो कि जुलाई से शुरू होकर सितंबर तक चलती हैं। इसमें नेहरू ट्रोफी बोट रेस अगस्त के महीने में दूसरे शनिवार को शुरू होती है। इस बार यह रेस 10 अगस्त को हो रही है।