किलों, महलों और धोरों का गढ़ है राजस्थान। कहीं रेतीले मैदान में दूर-दूर तक रेत के ऊंचे टीले तो कहीं माउंट आबू में गर्मियों का पसंदीदा हिल स्टेशन। बहुत सारे रंगों से भरा है रंगीलो राजस्थान। इन्हीं रंगों में एक रंग है खिमसर का किला। आप इसे राजस्थान का एक मोती भी कह सकते हैं। आइए, जानतें है इस खूबसूरत किले के बारे में…
खिमसर का किला जोधपुर और बीकानेर के बीच खिमसर नाम के एक गांव में स्थित है। इस किले का निर्माण राव करम जी ने आज से करीब 500 साल पहले कराया था। फिर कई बार इस किले का विस्तार हुआ, इसके अलग-अलग राजकीय कारण रहे। खैर, आज की बात करें तो खिमसर का किला राजस्थान के सबसे खूबसूरत किलों में से एक है। इस किले में हेरिटेज होटल चल रहा है। जबकि एक हिस्से में आज भी राजसी परिवार का निवास है। यह होटल भी राजसी परिवार द्वारा ही संचालित किया जा रहा है।
किले की खूबियां
- यह किला अपनी वास्तुकला के लिए बहुत अधिक प्रसिद्ध है। इसकी भव्यता को देखकर उस जमाने के ठाठ-बाट को आज भी महसूस किया जा सकता है।
- इस किले में एंट्री करते समय आपको हरे-भरे बगीचे के बीच कई तरह के जीव-जन्तु देखने को मिलेंगे।
- किले के अंदर जानेवाले रास्ते में कई स्तंभ, खंबे, नक्काशीदार मूर्तियां आपको देखने को मिलेंगी। इस किले का रखरखाव बहुत अच्छा और शानदार है।
- इस किले के पास ही अन्य कई मशहूर और सुंदर किले मौजूद हैं। इनमें मेहरानगढ़ का किला, उम्मेद भवन पैलेस भी जाया जा सकता है।
- अगर आप भी खिमसर का किला घूमने जाना चाहते हैं तो आपके पास अभी सबसे अच्छा अवसर है। क्योंकि खिमसर में अक्टूबर से मार्च तक घूमने का सबसे सही समय होता है। वैसे, राजस्थान के ज्यादातर शहरों में घूमने के लिए यही सबसे सही वक्त है। क्योंकि इस वक्त ना बहुत अधिक गर्मी पड़ती है और ना ही ठंड रहती है।