अगर लोग भारत में घूमने की प्लानिंग करते हैं तो कुछ ऐसे प्रदेश हैं जहां जाने को लेकर चर्चा जरूर करते हैं। इन्हीं में से एक हिमाचल प्रदेश भी है। हिमाचल प्रदेश में कई ऐसी जगहें हैं, जहां जाकर आप अच्छे इंजॉय कर सकते हो। हिमाचल में ऐसी ही एक जगह है खीरगंगा। इसके बारे में माना जाता है कि यह वह जगह है जहां भगवान शिव ने 3000 सालों तक ध्यान और चिंतन किया था। अडवेंचर लाइफ जीनी है तो खीरगंगा की ट्रिप की योजना बना लीजिए।
ट्रैकिंग करने वालों के लिए बेस्ट प्लेस
ट्रैकिंग लवर्स को हिमाचल प्रदेश के खीरगंगा जरूर जाना चाहिए। ट्रैकिंग का रास्ता बर्शैनी से शुरू होकर आगे 10 किलोमीटर तक जाता है। इस दौरान आप खीरगंगा की खूबसूरती को निहार सकते हैं। ट्रैकिंग के रास्ते में उंचे पहाड़ों और घने जंगलों से गुजरने का मजा ही अलग है।
गरम पानी के कुंड
खीरगंगा में मौजूद गरम पानी के कुंड हिंदू और सिख श्रद्धालुओं के बीच काफी पॉप्युलर हैं। सर्दियों में यहां पहाड़ बर्फ से ढक जाते हैं, लेकिन ये गरम पानी के कुंड ज्यों के त्यों रहते हैं और भरी सर्दी में इनमें नहाने का अलग ही अहसास होता है।
बर्फ से ढके पहाड़
यहां की खूबसूरत वादियां, मखमली घास और बर्फ से ढके पहाड़ आपको ट्रिप को यादगार बना देंगे। बता दें कि खीरगंगा में आपको गर्मी में भी सर्दी का एहसास होगा। यहां का तापमान अमूमन कम ही रहता है। यहां की यात्रा के दौरान गर्म कपड़े साथ में जरूर रखना चाहिए।
कैसे पहुंचे खीरगंगा
खीरगंगा जाने के लिए दिल्ली से बस लेकर सीधे मनाली या फिर भुंतर पहुंच सकते हैं। भुंतर से निजी टैक्सी या फिर राज्य बस से बर्शैनी या कसोल पहुंच सकते हैं। यहां से खीरगंगा के लिए आपको करीबन 10 किमी का ट्रेक पैदल ही तय करना पड़ता है।