अगस्त माह के आगाज के साथ ही शुरु हो जाता है भारत में मनाए जाने वाले खास त्यौहारों का भी दौर। तीज, रक्षाबंधन और उसके बाद कृष्णजनाष्टमी, एक के बाद एक आने वाले इन त्योहारों को वैसे तो भारत की ज्यादातर जगहों पर मनाया जाता है लेकिन स्नेक बोट रेस, अथाचमायम की रौनक तो केरल और तमिलनाडु आकर ही देखने को मिलेगी। तो आइए जानते हैं अगस्त महीने के प्रमुख फेस्टिवल्स के बारे में….
तीज
सावन का महीना तीज के बिना अधूरा है। वैसे तो तीज राजस्थान का खास फेस्टिवल है लेकिन अब और भी कई जगहों पर इसे धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं हरे रंग के ट्रेडिशनल आउटफिट्स, चूड़ी, बिंदी और मेहंदी से अपना साज-श्रृंगार करती हैं। तीज माता की पूजा करती हैं और रैली निकाली जाती है। जिसे अगर आप राजस्थान में हैं तो देखना बिल्कुल भी मिस न करें।
कहां- जयपुर और बूंदी
कब- 3-4 अगस्त
रक्षाबंधन
हर साल सावन महीने की पूर्णिमा को पूरे भारत में राखी का त्यौहार मनाया जाता है। बहनों को इस त्यौहार का खास इतंजार रहता है। बहनें इस दिन भाईयों की कलाई में राखी बांध उनकी खुशहाल और लंबी आयु की प्रार्थना करती हैं वहीं भाई उनकी आजीवन सुरक्षा का वचन देते हैं।
कहां- पूरे भारत में
कब- 15 अगस्त
नागपंचमी
नागपंचमी में सांपों की पूजा की जाती है। सावन माह में मनाया जाने वाला इस त्योहार की धूम भारत के अलावा नेपाल में भी देखने को मिलती है। नागपंचमी और बंगाल का झापन मेला काफी हद तक एक जैसा होता है। जिसमें खासतौर से भगवान शिव की बेटी मनसा की पूजा होती है। बंगाल में बांकुरा के विशनुपुर जिले में इसकी अलग ही रौनक देखने को मिलती है।
कहां- महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, बंगाल और आंध्र प्रदेश
कब- 5 अगस्त
अथाचमायम फेस्टिवल
ओणम के साथ मनाया जाने वाला अथाचमायम फेस्टिवल, केरल के खास आकर्षणों में से एक है। जिसमें यहां के स्थानीय लोग पारंपरिक परिधान पहनकर लोकनृत्य और गीत में हिस्सा लेते हैं। इसके अलावा हाथियों की रैली, तरह-तरह की कला प्रदर्शनी और यहां की संस्कृति का एक अलग ही रूप इस फेस्टिवल में शामिल होकर देखने को मिलता है।
कहां- एर्नाकुलम, कोच्ची
कब- अगस्त से लेकर 2 सितंबर तक
Snake Boat Race
केरल के कोच्चि शहर से 80 किलोमीटर दूर एक छोटा-सा शहर है अलेप्पी। यह छोटा है पर देश के तटीय शहरों में अपनी खास पहचान रखता है। बारिश में इसकी खूबसूरती और दर्शनीय हो जाती है। यह बैकवाटर्स और खूबसूरत लग्जरी हाउसबोट के लिए तो मशहूर है ही, यहां की नेहरू ट्रॉफी बोट रेस प्रतियोगिता भी खूब लोकप्रिय है। जो हर साल अगस्त के दूसरे शनिवार को आयोजित की जाती है। जिसमें बहुत सारी बोट हिस्सा लेती हैं। इस रेस में भाग लेने के लिए आसपास के गांवों से बोट्स आती हैं। हर गांव का अपना एक बोट होता है। इस बोट में 100 से लेकर 140 कुशल नाविक सवार होते हैं। इन नाविकों में हिंदू, ईसाई, मुस्लिम आदि सभी धर्मों के लोग मिलकर हिस्सा लेते हैं।
कहां- पुन्नमडा लेक, अलेप्पी, केरल
कब- 10 अगस्त
जन्माष्टमी
अगस्त महीने में ही जन्माष्टमी का उत्सव भी मनाया जाता है जिसे गोकुलअष्टमी और गोविंदा नाम से भी जाना जाता है और इसके अगले दिन होता है दही हांडी का उत्सव। इस दिन लोग बच्चों को कृष्ण की तरह तैयार करते हैं। वहीं मुंबई, महाराष्ट्र में पिरामिड बनाकर दही हांडी को फोड़ने की प्रतियोगिता होती है।
कहां- मुंबई, महाराष्ट्र
कब- 25 अगस्त