Irctc
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दिवाली और छठ के मौके पर बड़ी संख्या में लोग घर जाते हैं, जिसकी वजह से ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ होती है। भीड़ के कारण हर साल स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं, इसके बावजूद कन्फर्म टिकट मिल पाना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में अगर आपको भी कन्फर्म टिकट में नहीं मिल रहा है तो, आप तत्काल टिकट के जरिए यात्रा कर सकते हैं। यहां जानिए, रेलवे में तत्काल टिकट बुक करने को लेकर क्या नियम और प्रक्रिया है…

  • तत्काल एसी टिकट की बुकिंग 10 बजे शुरू होती है। जबकि नॉन एसी टिकट की बुकिंग 11 बजे से शुरू होती है। तत्काल टिकट को यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले बुक करा सकते हैं।
  • तत्काल टिकट आप आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ऑनलाइन बुक करा सकते हैं इसके साथ ही भारतीय रेलवे के देशभर में बने 3,465 कंप्यूटराइज्ड पैसेंजर रिजर्वेशन सेंटर के 10,300 काउंटर से भी टिकट बुक करा सकते हैं।
  • तत्काल टिकट बुकिंग सुबह 10 बजे शुरू होगी और नियमों के मुताबिक एक आईडी और एक ही आईपी एड्रेस से अधिकतम दो टिकट ही बुक हो सकती हैं।
  • तत्काल बुकिंग शुरू होने के आधे घंटे तक रजिस्टर्ड एजेंट बुकिंग नहीं करा सकते हैं। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि एजेंट बड़ी संख्या में टिकट बुकिंग न करवा पाएं।
  • फ्रॉड बुकिंग रोकने के लिए कैप्चा कोड अनिवार्य कर दिया गया है। लॉगिन या रजिस्ट्रेशन के लिए कैप्चा कोड डालना होगा।
  • इंटरनेट बैंकिंग से भुगतान करने के लिए ओटीपी अनिवार्य है।

इन स्थितियों में मिलता है 100% रिफंड

  • तत्काल टिकट बुक कराने पर 100 फीसदी रिफंड नहीं मिलता है। लेकिन विशेष परिस्थितियों में 100 फीसदी रिफंड भी मिल भी सकता है, जैसे ट्रेन का रूट डायवर्ट हो या ट्रेन आने में 3 घंटे या उससे ज्यादा देरी हो तो 100 फीसदी रिफंड क्लेम किया जा सकता है।
  • अगर ट्रेन का रूट डायवर्ट हो गया हो और आपका बोर्डिंग और डेस्टिनेशन स्टेशन उस रूट पर न हो या अगर आप बदले हुए रूट पर यात्रा नहीं करना चाहते हैं, तब भी 100 फीसदी रिटर्न मिलेगा।
  • अगर रेलवे ने ट्रेन के साथ तत्काल कोटे के कोच को अटैच नहीं किया तो भी आप रिफंड क्लेम कर सकते हैं।
  • यात्री बुकिंग कोटे से लोअर कोच में यात्रा करता है तो तत्काल फीस के साथ टिकट के किराए का अंतर भी रेलवे रिफंड करता है।