प्रकृति प्रेमियों के लिए देश की राजधानी में स्थित चिड़ियाघर बेहद खास जगह है। पर्यटक यहां घंटो बैठकर वन्य जीवों की अटखेलिओं को अपने कैमरों और यादों में कैद करते हैं। आपको जानकर खुशी होगी कि दिल्ली स्थित जू एशिया के सबसे बड़े और अच्छे चिड़िया घरों में शामिल है। यहां वन्य जीवों को देखने के साथ ही सैलानी नेचर वॉक और 16वीं सदी के किले की सैर कर सकते हैं।
खास पिकनिक स्पॉट है
वीकेंड्स में दिल्ली-एनसीआर के स्थानीय निवासी परिवार सहित जू की सैर पर जाते हैं। यहां पिकनिक मनाते और वीकेंड में खुद को रिफ्रेश करते है। जू में देखने के लिए बहुत सारे जंगली जानवर हैं। यहां आप करीब 130 प्रजातियों के डेढ़ हजार जानवर देख सकते हैं। यह संख्या घटती बढ़ती रहती है क्योंकि देशभर की जू आपस में एनिमल एक्सचेंज करती रहती हैं। जिस जू में जो जानवर नहीं होता वह उस जानवर के लिए किसी अन्य जू से संपर्क करती है और बदले में उस प्रजाति के जानवर दे देती है, जिनकी उसके पास अधिकता होती है।
बड़ी संख्या में पहुंचते हैं पर्यटक
दिल्ली आनेवाले देसी ही नहीं बल्कि विदेशी सैलानी भी चिड़ियाघर घूमने आते हैं। इसका कारण है कि यह जू केवल देश की ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे आकर्षक चिड़ियाघरों में से एक है। इसे राष्ट्रीय प्राणी उद्यान भी कहा जाता है। यह चिड़ियाघर 176 एकड़ में फैली हुई है और नई दिल्ली में पुराने किले के पास स्थित है। इसका उद्घाटन 1 नवंबर 1956 में किया गया। इसके बाद यह जू देश के अन्य चिड़ियाघरों के लिए एक मॉडल की तरह स्थापित हुआ।
ये जानवर रहते हैं खास आकर्षण
चिड़ियाघर में विभिन्न प्रकार के जानवर हैं जो पर्यटकों को आकर्षक करते हैं। इनमें तेंदुआ, जिराफ़, गिर शेर, चिंपांजी, हाइना, दरियाई घोड़ा, अफ्रीकी जंगली भैंस और जेब्रा देखने लोग बड़ी संख्या में आते हैं। इसके अलावा दिल्ली के चिड़ियाघर में एक भूमिगत रेप्टाइल हाउस है, जिसमें मगरमच्छ, घड़ियाल, भारतीय कोबरा, भारतीय स्टार कछुआ और भारतीय रेत बोआ जैसे सरीसृपों की प्रजातियां रहती हैं। चिड़ियाघर में पक्षियों की कई प्रजातियां हैं जैसे, एमू, सॉर्स क्रेन, पीफॉवल, ग्रे हॉर्नबिल और बार्न उल्लू।
खुलने का समय
चिड़ियाघर हर रोज सुबह 9 बजे खुल जाता है और शाम 4 बजकर 30 मिनट तक यहां सैलानी जमकर इंजॉय करते हैं। यह समय 1 अप्रैल से 15 अक्टूबर तक के लिए है। वहीं, 16 अक्टूबर से 31 मार्च तक चिड़ियाघर सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहता है। इसका साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार को होता है और राष्ट्रीय अवकाश पर भी चिड़ियाघर बंद रहता है।
ऐसे पहुंचे
दिल्ली जू का निकटतम मेट्रो स्टेशन प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन है। यहां से चिड़ियाघर की दूरी करीब 2 किलोमीटर है, जिसे आप ई-रिक्शा या ऑटो से तय कर सकते हैं।
टिकट से जुड़ी जानकारी
चिड़ियाघर घूमने के लिए सैलानियों को टिकट लेना होता है। इसके लिए भारतीय पर्यटकों को प्रतिव्यकित 40 रुपए का टिकट लेना होता है जबकि बच्चों के लिए 20 रुपए का टिकट लगता है। वहीं, 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता। विदेशी सैलानियों को जू की सैर के लिए 200 रुपए का टिकट लेना होता है, जबकि उनके साथ आए हुए 5 से अधिक उम्र के बच्चों के लिए 100 रुपए का टिकट लगता है।