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दिल्ली में हमेशा ही कला के प्रति प्रेम देखने को मिला है। यही वजह है कि पहचान बनाने के लिए कई आर्टिस्ट देश की राजधानी में आते हैं। यहां कई ऐसी आर्ट गैलरीज हैं जहां नई पेंटिंग टेक्नीक से लेकर नामी कलाकारों के काम भी देखने को मिलते हैं। अगर आप भी आर्ट लवर हैं तो आपका काम आसान करने के लिए हम लाए हैं दिल्ली की उन टॉप आर्ट गैलरीज के नाम, जहां आप आर्ट को नजदीक से इंजॉय कर सकेंगे।

दिल्ली आर्ट गैलरी
दिल्ली आर्ट गैलरी इस शहर की सबसे पुरानी गैलरी है। यहां देश के कई दिग्गज प्री-मॉर्डन, मॉर्डन और कंटेम्प्ररी आर्टिस्ट के वर्क देखने को मिलते हैं। इन पेंटर्स में रबीन्द्रनाथ टैगोर, सैयद हैदर रजा, फ्रांसिस न्यूटन सूजा, एम.एफ हुसैन और अक्बर पदमसी जैसे बड़े नाम शामिल हैं। खास बात यह है कि यहां विभिन्न पेंटर्स के कामों को देखने के साथ ही पसंद आने पर पेंटिंग खरीदी भी जा सकती है।

नेचर मोर्टे
नेचर मोर्टे को साल 1982 में सबसे पहले न्यू यॉर्क में ओपन किया गया था, इसके 15 साल बाद इसे आर्टिस्ट पीटर नागी ने दिल्ली में खोला। इस गैलरी में कई तरह के कंटेम्प्ररी आर्ट फॉर्म के काम देखने को मिलते हैं। इस गैलरी में भी देश के नामी आर्टिस्ट की आर्ट देखी जा सकती है।

नैशनल आर्ट गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट
नैशनल आर्ट गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट गैलरी भारत की नामी गैलरियों में से एक है। इस गैलरी में भारतीय और उपनिवेशीय कलाकारों द्वारा वर्ष 1850 के बाद बनाए गए आर्ट वर्क्स का बड़ा कलेक्शन है। इस गैलरी में 15,000 से अधिक पेंटिंग्स, मूर्तियां और ग्राफिक्स हैं।

ललित कला अकादमी
यह गैलरी तीन मंजिलों पर फैली हुई है। 1958 में यहां पहली नैशनल आर्ट एक्सिबिशन का आयोजन किया गया था। यहां हर साल एक इंटरनैशनल और हर तीन साल में त्रैवार्षिक भारत नाम की अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी आयोजित की जाती है। इस दौरान लोगों को दुनियाभर के कलाकारों की आर्ट देखने का मौका मिलता है।

आर्ट हेरिटेज
20वीं सदी के प्रभावशाली भारतीय थिएटर डायरेक्टर इब्राहिम अल्काजी ने अपनी पत्नी रोशनी अल्काजी के साथ मिलकर दिल्ली में साल 1978 में आर्ट हेरिटेज गैलरी की स्थापना की थी। यह उन गैलरीज में से एक है जो मॉर्डन आर्ट को लगातार प्रमोट करती है। इस गैलरी में अब तक 350 से भी ज्यादा एक्सिबिशन्स का आयोजन किया जा चुका है और यह सिलसिला अभी भी जारी है।