देश की राजधानी दिल्ली के इतिहास से तो सभी वाकिफ होंगे। इस ऐतिहासिक नगरी में न जाने कितने वीरों की गाथाएं मौजूद हैं और ये गाथाएं सांसें ले रही हैं यहां स्थिति ऐतिहासिक इमारतों के रूप में। वैसे तो दिल्ली में काफी ऐतिहासिक इमारते हैं, लेकिन आज हम बात करेंगे कुतुब मीनार की।
कुतुब मीनार दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची इमारत है और ईंटों से बनी है। दिल्ली के महरौली इलाके में छत्तरपुर मंदिर के पास स्थित कुतुब मीनार की ऊंचाई करीब 73 मीटर है और इसमें पांच मंजिले हैं। इसका निर्माण दिल्ली के पहले मुस्लिम शासक कुतुबुद्धीन ऐबक ने 1200 ई. में करवाया था। ऐबक ने सिर्फ इसकी पहली मंजिल का निर्माण करवाया था, जबकि उनके बेटे ने इसकी तीन मंजिलें बनवाईं, जबकि 1368 में फिरोजशाह तुगलक ने पांचवीं और अंतिम मंजिल बनवाई। कुतुब मीनार का निर्माण लाल पत्थर और मार्बल से किया गया था। इसके अंदर गोल सीढ़ियां हैं।
कुतुब मीनार की टाइमिंग
कुतुब मीनार में हफ्तेभर एंट्री हो सकती है और इसकी टाइमिंग सुबह 6 बजे से शाम के 6 बजे तक है। यहां आप आराम से 1 से 2 घंटे बिता सकते हैं।
ऐसे पहुंचे कुतुब मीनार
कुतुब मीनार का नजदीकी मेट्रो स्टेशन कुतुब मीनार है, जो यलो लाइन के ज़रिए समयपुर बादली, दिल्ली से गुड़गांव के हुडा सिटी सेंटर से जुड़ा है। कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन पहुंचकर पर्यटक, सड़क की दूसरी तरफ से डीटीसी बस नंबर 539 और 715 ले सकते हैं। नॉन ऐसी बस में किराया 5 रुपये तक है, जबकि ऐसी बस में 10 रुपये।
इसके अलावा जो भी बसें महरौली की तरफ जाती हैं, वे सभी कुतुब मीनार से होकर गुज़रती हैं। आप चाहें तो बस पकड़कर भी कुतुब मीनार जा सकते हैं। ऑटो के ज़रिए भी कुतुब मीनार जाया जा सकता है।