चंडीगढ़, दिल्ली से करीब 245 किलोमीटर दूर है। आजादी के बाद यह भारत के शुरुआती योजनाबद्ध तरीकों से बसे शहरों में शामिल है यह शहर अपनी शानदार वास्तुकला और डिजाइन के लिए जाना जाता है। आइये आज यहां के कुछ खास पर्यटन स्थलों के बारे में जानते हैं…
नेकचंद का रॉक गार्डन
मक्के जैसा दिखने वाला चंडीगढ़ का यह पार्क देश में वास्तुकला के शानदार नमूनों में से एक है। नेकचंद सैनी नाम के कलाकार ने कचरे के ढेर को प्रसिद्ध रॉक गार्डन बना दिया था। यहां की कलाकृतियां पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
रोज गार्डन
चंडीगढ़ के मुख्य आकर्षणों में से एक जाकिर हुसैन रोज गार्डन भी है जो 30 एकड़ में फैला हुआ है। 1600 से ज्यादा किस्मों के गुलाब पर्यटकों के दिलो-दिमाग पर अपनी सुगंध और सौंदर्य का असर छोड़ देते हैं। गुलाब के अलावा यहां औषधीय पौधे भी हैं। खाने-पीने के स्टॉल्स भी हैं।
लेजर वैली
लेजर वैली चंडीगढ़ के सबसे सुंदर पर्यटन स्थलों में से एक है। यह सुंदर और अनोखे गार्डेंस की माला या श्रृंखला है जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। लेजर वैली में हर साल 3 दिवसीय कार्निवल का आयोजन किया जाता है। सभी बागीचों समेत लेजर वैली देश भर में प्रसिद्ध है। लेजर वैली राजेंद्र पार्क से शुरू होकर 8 किलोमीटर में फैला है। इसमें कई बागीचे जैसे रोज गार्डन, शांति कुंज, बोगनवेलिया गार्डन, हिबिस्कस गार्डन, गार्डन ऑफ फ्रैगरेंस आदि स्थित हैं।
बटरफ्लाई पार्क
सात एकड़ में फैले बटरफ्लाइ पार्क का दृश्य काफी मनोरम है। यह पार्क तितलियों की देखरेख के लिए समर्पित है। तितलियों के लिए चूंकि फूलों की जरूरत होती है, इसलिए वहां फूलों की कई किस्में जैसे मैरिगोल्ड, सैल्विया, दहलिया आदि आपको देखने को मिलेंगी। इसके अलावा बड़े और मजबूत पेड़ हैं जो पर्यटकों को ठंडी हवा और छाया प्रदान करते हैं।
सुखना लेक झील
1958 में निर्मित शिवालिक झील एक सुंदर जगह है। यह 3 किलोमीटर में फैली हुई है। इसका निर्माण शिवालिक की पहाड़ी से नीचे आने वाले पानी पर बांध बनाकर किया गया था। सुखना झील कई प्रवासी पक्षियों का निवास स्थान भी है। यहां आप बोटिंग, वॉटर स्कीइंग आदि का आनंद उठा सकते हैं।