राजस्थान का एक मात्र हिल स्टेशन माउंट आबू सांस्कृतिक और प्राकृतिक रूप से भी काफी से काफी समृद्ध है। मानसून में जब हर तरफ पानी ही पानी है, आप माउंट आबू जाने का प्लान बना सकते हैं। बारिश के मौसम में अरावली की पहाड़ियों पर बसी इस जगह की रौनक बढ़ जाती है। यहां के हरे-भरे जंगलों, झील और मंदिर किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं। अगर आप कैंपिंग, घुड़सवारी और बोटिंग से लेकर बलून राइड जैसी अडवेंचरस ऐक्टविटीज का शौक रखते हैं, तो माउंट आबू आपके लिए बेस्ट प्लेस है।
माउंट आबू घूमने का सबसे सही समय सितंबर से मार्च के बीच होता है। हिल स्टेशन होने के कारण गर्मियों में भी यहां जाया जा सकता है। कई सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों और प्राकृतिक भव्यताओं के कारण, माउंट आबू एक दिलचस्प टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। आप यहां दिलवाड़ा जैन मंदिर, नक्की झील, टॉड रॉक, गुरु शिखर, अचलागढ़ किला, शांति पार्क और माउंट आबू वाइल्ड लाइफसेंचुरी जैसी जगहों का लूत्फ ले सकते हैं।
मानसून में यहां की प्राकृतिक खूबसूरती देखने लायक होती है। दिन की सुनहरी धूप हो या शाम की जममग लाइट, नक्की झील पर बोटिंग करना बहुत ही मजेदार अनुभव होता है। सबसे खास बात यह है कि टूरिस्ट प्लेस होने के कारण यहां रात में भी काफी रौनक और चहल-पहल रहती है। सुबह 8 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक सैलानी बोटिंग का लुत्फ ले सकते हैं।
करीब 290 वर्ग किमी में फैले माउंट आबू वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में आप रोमांचकारी जंगल ट्रेक का आनंद ले सकते हैं। तेंदुए, जंगली बिल्ली, भालू, सियार, लकड़बग्घा, भेड़िये, सांभर और जंगली सूअर जैसे जानवरों के साथ ही पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियों यहां देखने को मिलती हैं। इसके अलावा माउंट आबू में अलग से एक सनसेट पॉइंट बना हुआ है। यह स्पॉट नक्की झील से 3 किमी की दूरी पर, एक मध्यम खड़ी चढ़ाई के बाद आता है।