इस साल Gangotri Dham के कपाट 7 मई को अक्षय तृतीया के दिन सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे। इसके बाद भक्त इस धाम के दर्शन कर सकेंगे। इससे पहले 6 मई को गंगाजी की डोली अपने शीतकालीन निवास स्थान मुखबा से गंगोत्री के लिए रवाना होगी। इस डोली के गंगोत्री पहुंचने पर वैदिक पंचांग के आधार पर शुभ मुहूर्त में मंत्रोचार के बीच गंगोत्री धाम के कपाट खुलेंगे।
Gangotri, उत्तराखंड में स्थित एक छोटा-सा कस्वा है। जिसके मध्य में स्थित है Gangotri Dham। यह हिंदूओं के पवित्र धामों में से एक धाम है और छोटी चार धाम यात्रा का मुख्य पड़ाव है। यह गंगा नदी के उद्गम और प्रवाह का मुख्य स्थान है। गंगा नदी का उद्गम गंगोत्री ग्लेशियर में स्थित गोमुख से होता है और Gangotri Dham से इसकी दूरी करीब 19 किलोमीटर है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, जब भागीरथ ने अपने तपोबल से गंगा को पृथ्वी पर लाने का क्रम पूरा किया तब भगवान शिव ने उन्हें अपनी जटाओं पर स्थान दिया। इसका कारण बताया जाता है कि पृथ्वी, गंगा के वेग को सहन नहीं कर पाती। और फिर भगवान शिव की जटाओं से होते हुए गोमुख के जरिए गंगा पृथ्वी पर बहती हुई जीवों का उद्धार करने लगीं।
पहले दिन की यात्रा
अगर आप दिल्ली और आस-पास के एरिया से हरिद्वार जा रहे हैं तो आपको करीब 230 किलोमीटर का सफर करना होगा और आप मात्र 5 से 6 घंटे में हरिद्वार पहुंच सकते हैं। यहां पहुंचकर शाम के समय हर की पैड़ी पर गंगा आरती में भाग ले सकते हैं। अगर आप पब्लिक ट्रासपोर्ट जैस बस या शेयरिंग टैक्सी से यात्रा कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप हरिद्वार के बजाय सीधे ऋषिकेश पहुंचें और रात में वही विश्राम करें। क्योंकि अगली सुबह ऋषिकेश से गंगोत्री या उत्तरकाशी के लिए आपको सीधी बस या टैक्सी मिल जाएगी।
दूसरे दिन की यात्रा
अगली सुबह नाश्ते के बाद आप उत्तकाशी के लिए यात्रा शुरू करें। इस दिन आपको करीब 100 किलोमीटर का सफर तय करना होगा। इस दौरान आपकी गाड़ी चंबा होते हुए सफर करेगी और आप हिमालय की सुंदर चोटियों को निहार सकेंगे। पूरे रास्ते आपको सीनरी जैसे नजारे देखने को मिलेंगे।
तीसरे दिन की यात्रा
यात्रा के तीसरे दिन आपको गंगोत्री धाम के लिए निकलना है और उस दिन आप करीब 100 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। रास्ते में विल्सन कॉटेज, सत ताल और गर्म पानी के झरने गंगनानी की घूम सकते हैं। इस दौरान आप देवदार के घने जंगलों के बीच यात्रा करेंगे। इनमें से किसी भी जगह आप लंच करें और फिर एक घंटे में आप Gangotri Dham पहुंच जाएंगे। यहां आप मां गंगा की पूजा अर्चना कर सकते हैं। यहां की प्राकृतिक छटा आपके अंदर गहराई तक शांति भर देगी।
चौथे दिन की यात्रा
इस दिन आपको Gangotri से हरिद्वार और हरिद्वार से दिल्ली का सफर करना होगा। इस दौरान आपक करीब 430 किलोमीटर का सफर करेंगे। इस दिन सुबह नाश्ते के बाद आप बस से हरिद्वार आ सकते हैं। यहां से आपको बस और प्राइवेट टैक्सी से हरिद्वार आने के विकल्प मिलेंगे। इसके बाद आप चाहें तो हरिद्वार में रूककर आराम कर सकते हैं या फिर बस या ट्रेन से वापस दिल्ली आ सकते हैं। रात में आप दिल्ली पहुंचेंगे। इस तरह मात्र 4 दिन में आप पवित्र धाम की यात्रा कर सकते हैं।