महावीर जयंती बुधवार यानी 17 अप्रैल को मनाई जा रही है। जैन धर्म में यह सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। इस मौके पर हम आपको देश के कुछ प्रसिद्ध जैन मंदिरों और वहां तक पहुंचने के रास्तों के बारे में बता रहे हैं…
दिलवाड़ा मंदिर, राजस्थान
यह मंदिर राजस्थान के माउंट आबू में स्थित है। यह मंदिर अरावली पर्वत श्रृंखला की गोद में स्थित है। माना जाता है कि मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ। मंदिर में बेहतरीन शिल्प और हस्तकला का इस्तेमाल किया गया है।
कैसे पहुंचे
मंदिर सिटी सेंटर से 2.5 किमी की दूरी पर है। अगर खुद की गाड़ी से आ रहे हैं तो आप दिलवाड़ा रोड या पिलग्रिम रोड दोनों से आ सकते हैं। इस दौरान मंदिर पहुंचने में आपको एक घंटे का वक्त लग सकता है। पब्लिक ट्रांसपॉर्ट के रूप में यहां ऑटोरिक्शा और टैक्सी उपलब्ध है।
गोमातेश्वरा मंदिर, कर्नाटक
गोमातेश्वरा मंदिर विंध्यागिरी पर्वत पर स्थित है। मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 620 स्टेप्स चढ़ने होते हैं। श्रवणबेलगोला में स्थित इस मंदिर को ‘बाहुबली मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है।
कैसे पहुंचे
बेंगलुरु से मंदिर की दूरी करीब 158 किमी तो मैसूर से 83 किमी है। सबसे नजदीक एयरपोर्ट बेंगलुरु इंटरनैशनल एयरपोर्ट है जो कि 165 किमी की दूरी पर है। सबसे नजदीकी बस स्टेशन श्रवणबेलगोला है जबकि सबसे पास का रेलवे स्टेशन हसन रेलवे स्टेशन है जो कि 50 किमी की दूरी पर स्थित है।
रनकपुर मंदिर, राजस्थान
यह मंदिर अपनी कलाकारी के लिए मशहूर है। 14वीं और 15वीं शताब्दी में बने इस मंदिर में करीब 1444 मार्बल के पिलर्स हैं।
कैसे पहुंचे
बाइ रोड रनकपुर तक पहुंचने के लिए सांडेराव बस स्टैंड (करीब 46 किमी) सबसे नजदीक रूट है। उदयपुर बस स्टैंड से भी बस की जा सकती है जिससे रनकपुर तक पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगता है।
पालीताना मंदिर, गुजरात
यह मंदिर भावनगर जिले के शत्रुंजय पहाड़ी पर स्थित है जो कि अपनी नक्काशियों के लिए प्रसिद्ध है। मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 3500 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।
कैसे पहुंचे
पालीताना से सबसे नजदीक एयरपोर्ट भावनगर है जो कि 51 किमी की दूरी पर है। इसके अलावा सबसे पास का रलेवे स्टेशन भी भावनगर है जो कि 56 किमी की दूरी पर है। बात करें बस की तो पालीताना पहुंचने के लिए अहमदाबाद, भावनगर, उना से बसें मिलती हैं।
खजुराहो मंदिर, मध्य प्रदेश
यहां हर साल हजारों टूरिस्ट दुनियाभर से पहुंचते हैं। यहां की नक्काशी, मूर्तियां, कलाकारी काफी मशहूर है। बता दें, यह यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है।
कैसे पहुंचे
यहां पहुंचने के लिए बस, ट्रेन, एयर की कनेक्टिविटी है। सबसे नजदीक एयरपोर्ट खजुराहो एयरपोर्ट है जिसे सिविल एयरोड्रोम खजुराहो के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा सतना, महोबा, झांसी, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर से बस के जरिए भी यहां पहुंचा जा सकता है। खजुराहो के लिए दिल्ली से डायरेक्ट ट्रेन की सुविधा है।