हर साल 25 जनवरी का दिन भारत में नैशनल टूरिज्म डे के रूप में मनाया जाता है। भारत में टूरिज्म का बहुत स्कोप है। यही कारण है कि धीर-धीरे हमारा देश दुनियाभर के सैलानियों का पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस बनता जा रहा है। जनवरी में जहां कड़ाके की ठंड के साथ छुट्टियां मिलने की नई शुरुआत होती है, वहीं जनवरी में ही इंडिया मनाता है अपना नैशनल टूरिज्म डे। अगर आपने भी जनवरी में घूमने की प्लानिंग कर रखी है तो हम यहां आपके लिए लाए हैं, उन जगहों की जानकारी जहां जनवरी में सैर का मजा आपकी छुट्टियों को खास बना देगा…
मध्य प्रदेश का खजुराहो
जनवरी में खजुराहो घूमने का अपना मजा है। खजुराहो के मंदिर दुनियभर के सैलानियों को भारत तक खींच लाते हैं। खजुराहो भारत का दिल कहे जानेवाले मध्यप्रदेश के ओरछा में स्थित है। यहां एक साथ कई मंदिर हैं। इनका निर्माण चंद्रवंशी शासकों ने कराया था। यहां के मंदिरों की वाह्य दीवारों का निर्माण और कला कामसूत्र थीम पर आधारित है।
राजस्थान का बीकानेर
राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में घूमने के लिए अक्टूबर से फरवरी के बीच का समय खास होता है। इन महीनों में पूरे राजस्थान का मौसम ही आमतौर पर गुलाबी रहता है। दिन में खिली हुई धूप और रात में अच्छी-खासी सर्दी। जनवरी में आप राजस्थान जाने का मन बनाएं तो बीकानेर जरूरी जाएं। क्योंकि गर्मियों की छुट्टियों में बीकानेर जाने का खयाल ही डरावना होता है, इसलिए जनवरी बीकानेर की सुंदरता, ऐतिहासिक स्थल और गौरवशाली इतिहास से रू-ब-रू होने का सही समय है। यहां देखने के लिए जूनागढ़ फोर्ट, लालगढ़ पैलेस,नैशनल रिसर्च सेंटर, गंगा सिंह म्यूजियम, करणी माता मंदिर, गजनेर पैलेस, गजनेर वाइल्ड-लाइफ सेंचुरी खास हैं।
उत्तराखंड का औली
एडवेंचर टूरिज्म और स्पॉर्ट्स का शौक रखते हैं तो उत्तराखंड का औली जनवरी में घूमने के लिहाज से शानदार जगह है। यहां के पहाड़ी एरिया पर दूर तक पसरी बर्फ सैलानियों के अंदर रोमांच पैदा करती है। औली उत्तराखंड के चमौली जिले का हिल स्टेशन है। यहां आप ट्रैकिंग और स्कीइंक का भरपूर लुत्फ उठा सकते हैं। जनवरी में यहां वर्फबारी के साथ ही कड़ाके की सर्दी भी होती है, इसलिए अच्छी तरह गर्म कपड़े जरूरी पहनें। स्पॉर्ट्स टूरिज्म के अलावा आप यहां नीलकंठ भगवान और नंदा देवा माता के दर्शन कर सकते हैं। ये दोनों ही धार्मिक स्थल हिंदू धर्म के अति महत्वपूर्ण स्थानों में शामिल हैं।
वेस्ट बंगाल का कलिमपोंग
पंश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले में स्थित है यहां का प्रसिद्ध हिल स्टेशन कालिंगपोंग। प्राइवेट गाड़ी से घूमने पर आप इस शहर की खूबसूरती का ज्यादा मजा ले सकेंगे। वहीं 2 से 3 दिन का वक्त निकालकर यहां के प्राकृतिक नजारों को देखेंगे तो आप इतने समय में पैदल ही पूरा एरिया घूम सकते हैं। कलिंगपोंग में बहुत सारे औपनिवेशि भवन हैं। आप यहां मोरगन हाउस, क्राकटी, गलिंका, रिंगकिंग फॉर्म, साइदिंग खास हैं। साइदिंग को अब सरकार ने पर्यटक आवास के रूप में विकसित कर दिया है। यह भवन हिल टॉप रोड पर स्थित है।
दमन ऐंड दीव
दमन और दीव मुंबई के समीप अरब सागर में स्थित द्वीप समूह हैं जो भारत का एक केंद्र शासित प्रांत है। यहां की राजधानी दमन है। यह जगह गुजरात के वालसाड जिले से बहुत समीप है। यह जगह दो भागों में बंटी हुई है। नानी दमन (छोटा दमन) और मोटा दमन (बड़ा दमन)। यहां के होटल और रेस्त्रां नानी दमन में स्थिल हैं। जबकि प्रशासनिक भवन, टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, कैफे, कॉटेज, झरने और चर्च इत्यादि मोटा दमन में स्थित हैं। यहां का सत्य सागर उद्यान बहुत सुंदर है। शाम के समय इस उद्यान में घूमने का अपना मजा है। आप यहां कॉफी और स्नैक्स का भी मजा ले सकते हैं। दमन और दीव में गोपतीमाता बीच पर जरूर जाएं।
मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग
शिलांग भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मेघालय की राजधानी है। भारत के पूर्वोत्तर में बसा शिलांग हमेशा से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। इसे भारत के पूरब का स्कॉटलैंड भी कहा जाता है। पहाड़ियों पर बसा छोटा और खूबसूरत शहर पहले असम की राजधानी था। असम के विभाजन के बाद मेघालय बना और शिलांग वहां की राजधानी। इस शहर में मौसम हमेशा सुहावना बना रहता है। लेकिन मानसून के दौरान जब यहां बारिश होती है तो पूरे शहर की खूबसूरती और निखर जाती है और शिलांग के चारों तरफ के झरने जीवंत हो उठते हैं। जबकि सर्दियों में यहां मानसून से एकदम अलग नजारा देखने को मिलता है। आप यहां लेडी हैदरी पार्क, कैथोलिक चर्च, गोल्फ कोर्स, Spread Eagle Falls,शिलॉन्ग पीक और Elephant Falls जैसी जगहें देख सकते हैं।