आज Children’s Day है। यानी बच्चों के लिए मौज-मस्ती वाला दिन। चाचा नेहरू के जन्मदिन के उपलक्ष्य में बाल दिवस मनाया जाता है। चाचा नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार और स्नेह था। उन्हें बच्चों के साथ घूमना-फिरना और उनके साथ वक्त बिताना बहुत अच्छा लगता था। इसलिए उनके जन्मदिन को बालदिवस के रूप में मनाया जाता है। आज के दिन को लोग अलग-अलग तरीके से मनाते हैं। कहीं बच्चों के रंगारंग कार्यक्रम होते हैं तो कहीं बच्चों के गेम्स करवाकर इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। हम अपने बच्चों को उनकी पसंदीदा जगह पर घुमाकर उन्हें सरप्राइज भी दे सकते हैं और चाचा नेहरू के बर्थडे को सेलिब्रेट भी कर सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं देश की कुछ ऐसी जगहों के बारे में जहां जाकर आपके बच्चों को मजा तो आएगा ही, साथ ही उनकी नॉलेज भी बढ़ेगी…
जंतर-मंतर, जयपुर, राजस्थान
अगर आपको चांद-सितारों और जिऑग्रफी में इंटरेस्ट है तो यह आपके लिए बेहतरीन जगह साबित हो सकती है। वैसे तो जंतर-मंतर दिल्ली में भी है लेकिन यह उससे काफी बड़ा है। जब यहां घूमने जाएं तो एक गाइड जरूर ले लें वरना सबकुछ सिर के ऊपर से निकल जाएगा।
क्या है खास: यहां पर मौजूद वृहद सम्राट और लघु सम्राट यंत्र के जरिए सिर्फ सूरज की रोशनी के जरिए टाइम जानने की कलाकारी सीखकर आप सबको इंप्रेस कर सकते हैं। यहां इनके छोटे मॉडल मिलते हैं जिनके जरिए आप घर पर भी धूप के डायरेक्शन से वक्त का पता लगा सकते हैं।
रामोजी फिल्मसिटी, हैदराबाद, तेलंगाना
दुनिया भर में फिल्म सिटी बच्चों और बड़ों दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं। इन्हें न सिर्फ शूटिंग के लिए बनाया जाता है बल्कि इस तरह से तैयार किया जाता है कि हर तरह से यह हरा-भरा लगे। ऐसे में फिल्म स्टूडियो देखना अपने में खास अनुभव होता है। यहां पर आप फिल्म बनने के प्रोसेस को भी अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
क्या है खास: अगर आपने बाहुबली मूवी देखी है तो इसकी कई लोकेशन आपको रामोजी फिल्म सिटी में देखने को मिल सकती हैं। यहां पर फिल्मों की रेकॉर्डिंग से लेकर उन्हें बनाने की दूसरी तकनीकों के बारे में भी आपको जानने को मिलेगा। यहां जाने के बाद आप मूवीज को अलग नजरिए से देखना शुरू कर देंगे।
जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क, नैनीताल, उत्तराखंड
आजकल बच्चों को वाइल्ड लाइफ और एनिमल में बहुत इंटरेस्ट होता है। बच्चों को ऐनिमल का नैचरल हैबिटाट दिखाने के लिए आप उन्हें जिम कॉर्बेट ले जा सकते हैं। इस पार्क में न सिर्फ टाइगर, हाथी जैसे जानवर और बेहतरीन नजारे आपको देखने को मिलेंगे बल्कि दुनिया के मशहूर शिकारियों में से एक जिम कार्बेट का घर भी आपको देखने को मिलेगा।
क्या है खास: इस जंगल में एक बार एक आदमखोर बाघ ने काफी दहशत फैला दी थी। इसे मारने के लिए जिम कॉर्बेट को बुलाया गया। बात बहुत पुरानी है लेकिन इसके किस्से आज भी मशहूर हैं। इस किस्से पर हॉलिवुड में मूवी भी बन चुकी है। यहां अजय देवगन की काल मूवी की शूटिंग भी हो चुकी है।
एडलैब्स इमेजिका, मुंबई-पुणे हाईवे, महाराष्ट्र
दुनिया भर में अम्यूजमेंट पार्क में लाखों लोगों की भीड़ होती है। ऐसा ही एक सुपर अम्यूजमेंट पार्क है एडलैब्स इमेजिका। इस पार्क को देश के सबसे बड़े अम्यूजमेंट पार्क की तरह जाना जाता है। इसकी हाईवे पर लोकेशन काफी अच्छी है और पार्क तक जाना भी काफी सहूलियत भरा है।
क्या है खास: इस पार्क में 25 थीम बेस्ड राइड्स हैं। ये राइड्स दुनिया की बेहतरीन राइड्स की तर्ज पर बनाई गई हैं। यहां पर हाल में बना स्नो पार्क भी काफी मजेदार है। बस एक ही दिक्कत है कि यह पार्क थोड़ा महंगा है। इसके लिए आपको प्रति व्यक्ति 1500 रुपये देने होंगे।
डायनासोर फॉसिल पार्क, बालासोर, जिला महिसागर, गुजरात
मूवी में डायनासोर देख कर मन में यही खयाल आता है कि पता नहीं ऐसे बड़े जानवर कभी थे भी या नहीं। तो अपना शक दूर करने के लिए गुजरात के बालासोर शहर में मौजूद डायनासोर फॉसिल पार्क जरूर जाओ। यह दुनिया का सबसे बड़ा डायनासोर फॉसिल म्यूजियम है। असल में धरती पर जब डायनासोरों के खत्म होने की दुर्घटना घटी तो तो इस साइट पर ढेरों एक साथ दफन हो गए। बाद में खोद-खोद कर इसे बाहर निकाला गया।
क्या है खास: वैसे तो दुनिया में सबसे खतरनाक डायनासोर टी-रैक्स को माना जाता है। लेकिन देश के डायनासोर स्पेशलिस्ट मानते हैं कि यहां पर अब तक पाए गए उससे भी खतरनाक डायनासोर के फॉसिल्स पाए गए हैं। इसे राजासोरस कहा जाता है। इस पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण यहां पर मौजूद डायनासोर का अंडा है। जब इस इलाके के बारे में लोगों को पता नहीं चला था तो इस अंडे को गोल पत्थर समझकर एक महिला बरसों तक इसे मसाला पीसने के लिए इस्तेमाल करती रही। जब इसके बारे में पता चला तो इस अंडे को वापस लाकर पार्क में रखा गया। इस पार्क में जाने के बाद आप भी 6 करोड़ साल पुराने इस डायनासोर के अंडे को हाथ से छू कर देख सकते हैं।
रणथंभौर नैशनल पार्क, राजस्थान
रणथंभौर राष्ट्रीय अभ्यारणय अपनी खूबसूरती, विशाल परिक्षेत्र और बाघों की मौजूदगी के कारण विश्व प्रसिद्ध है। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान देश के बेहतरीन बाघ आरक्षित क्षेत्रों में से एक है। 1981 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला। यहां चीते भी रहते हैं। यह चीते उद्यान के बाहरी हिस्से में अधिक पाए जाते हैं। बाघ और चीतों के अलावा सांभर, चीतल, जंगली सूअर, चिंकारा, हिरन, सियार, तेंदुए, जंगली बिल्ली और लोमड़ी भी पाई जाती है।
क्या है खास: यह जगह खास तौर पर टाइगर रिजर्व के तौर पर जानी जाती है। अगर आपको वाइल्ड लाइफ को करीब से देखने का शौक है तो आपकी यह ख्वाहिश यहां पूरी हो सकती है।