Sikkim के पहाड़ों पर एक नया धर्म स्थल तैयार किया गया है, जिसमें चेनरेजिग की 137 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई गई है। यह स्थल एक नवंबर से पर्यटकों के लिए खुल गया है। पश्चिम सिक्किम के पेलिंग में बने तीर्थ स्थल में 7200 मीटर की ऊंचाई में चेनरेजिग की अब तक की सबसे बड़ी प्रतिमा लगाई गई है।
अवलोकितेश्वर अथवा चेनरेजिग शाश्वत बुद्ध ‘अमिताभ’ की पृथ्वी पर अभिव्यक्ति मानी जाती है। इस स्थल के बारे में बात करते हुए पर्यटन मंत्री यूगेन टी ग्यात्सो ने जानकारी दी थी कि, सिक्किम को बौद्ध तीर्थस्थल के रूप में प्रचार प्रसार करने की सरकारी नीति के तहत पेलिंग में संघ चिंओलिंग पर 46.65 करोड़ रुपये की लागत से एक डेस्टिनेशन पार्क बनाया गया है।
दुनिया की सबसे ऊंची चेनरेजिग मूर्ति, नया परिसर, एक स्काईवॉक और एक गैलरी का निर्माण इस तरह के ऊंचे-नीचे इलाके में करना इंजीनियरों के लिए एक चुनौतीपूर्ण काम रहा। यह प्रॉजेक्ट साल 2009 में शुरू किया गया था। इसे संस्कृति विभाग और भवन एवं आवास विभाग की देखरेख और वित्त सहायता से निर्मित किया गया है।
सिक्किम के दक्षिण भाग में दो और बौद्ध तीर्थयात्रा सर्किट मौजूद हैं। नामची में गुरु पद्मसंभव की 135 फीट ऊंची प्रतिमा लगी है तो वहीं रावंगला में बुद्ध की 130 फीट ऊंची मूर्ति है।
फ्लाइट से पहुंचे सिक्किम
सबसे अच्छी बात यह है कि अब सिक्किम का खुद का एयरपोर्ट भी है। सितंबर महीने में पाक्योंग एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद यात्रियों को लंबी रेल व सड़क यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। पाक्योंग से सिक्किम की राजधानी सिर्फ 33 किलोमीटर की दूरी पर है और एक बार गंगटोक पहुंच जाएं तो पूरे राज्य में कहीं भी ट्रैवल करने के लिए आपको ढेरों ऑप्शन्स मिल जाएंगे।