Navratri 2018 की शुरुआत 10 अक्टूबर यानि बुधवार से हो रही है। नवरात्रि में वैष्णों देवी यात्रा का खास महत्व माना जाता है इसलिए इस दौरान वैष्णो देवी मंदिर पर ज्यादा भीड़ होती है। यहां हम आपको नवरात्रि में माता वैष्णो देवी यात्रा से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं जो आपकी यात्रा के दौरान काम आएंगी।
कटरा से भवन तक की पैदल चढ़ाई
माता वैष्णो देवी की भवन तक की चढ़ाई से पहले श्रद्धालु कटरा में आराम करते हैं जो वैष्णो देवी का बेस कैंप भी कहा जाता है। कटरा से ही वैष्णो देवी की पैदल चढ़ाई शुरू होती है जो भवन तक करीब 13 किलोमीटर और भैरो मंदिर तक 14.5 किलोमीटर है।
मौसम के लिहाज से नवरात्रि है बेस्ट टाइम
वैष्णो देवी यात्रा के लिए नवरात्रि सबसे अच्छा समय होता है हालांकि इस समय भीड़ ज्यादा होती है लेकिन श्रद्धालुओं के लिए सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध होती है। मौसम साफ होने के कारण हेलिकॉप्टर राइड उपलब्ध होती है। इसके अलावा पालकी और खच्चर से भी भवन तक की यात्रा की जा सकती है। मौसम न ज्यादा ठंडा होता है और न ज्यादा गर्म होता है। हालांकि फिर भी आप एक स्वेटर साथ लेकर ही जाएं क्योंकि भवन में ऊपर रात के समय ठंड बढ़ जाती है।
कहां ठहरें
वैष्णो देवी के बेस कैंप कटरा में ठहरने के बहुत सारे विकल्प हैं आप अपनी जेब के हिसाब से इनका चुनाव कर सकते हैं। यहां कई लग्जरी, मिड बजट और बजट होटल हैं। इसके अलावा यहां कई धर्मशालाएं भी हैं जो मुफ्त में ठहरने का प्रबंध कराती हैं। वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड भीड़ के समय कटरा में निहारिका यात्री निवास में श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त में ठहरने का प्रबंध करता है। इसके अलावा बेहद कम कीमत में आप श्राइन बोर्ड के आवास विकल्पों को चुन सकते हैं।
कटरा रेलवे स्टेशन के पास वैष्णो देवी धाम, कालिका धाम और सरस्वती धाम है जबकि कटरा में निहारिका यात्री निवास, शक्ति भवन और आशीर्वाद भवन है जो कटरा बस स्टैंड के पास हैं। इसके अलावा 700 बेड का एक और श्राइन बोर्ड का आवास विकल्प है जिसका नाम त्रिकूट भवन है यह सेकंड यात्रा काउंटर के पास स्थित है। यहां 100 रुपए प्रति बेड के हिसाब से यात्रियों से लिए जाते हैं। इनकी बुकिंग आप यहां जाकर काउंटर से कर सकते हैं या श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से कर सकते हैं। भीड़ को देखते हुए एडवांस में बुकिंग कराना ज्यादा अच्छा है।
यात्रा पर्ची जरूर लें
कटरा से भवन तक की यात्रा के लिए यात्रा पर्ची का होना बहुत जरूरी है जो कटरा से बुक होती है या आप इसे श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से ऑनलाइन भी बुक करा सकते हैं। अपने साथ पहचान के लिए कुछ दस्तावेज जरूर साथ रखें। 3 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए यात्रा पर्ची की जरूरत नहीं है। यात्रा पर्ची मुफ्त होती है।
यात्रा से पहले ध्यान रखें
- माता वैष्णो देवी की यात्रा के समय कोई भी लैदर का सामान ले जाने की अनुमति नहीं है इसलिए लैदर पर्स या बेल्ट पहले ही निकाल कर चलें। वरना यात्रा शुरू होने से पहले जमा कर ली जाएगी।
- पीक सीजन के दौरान काफी भीड़ होती है इसलिए आपको दर्शन के लिए घंटो इंतजार करना पड़ सकता है।
- फ्री आवास के लिए आपको एडवांस में बुकिंग करानी होगी।
यात्रा के लिए टट्टू या पालकी लेने से पहले इनके रेट सुनिश्चित कर लें जो पहले से तय होते हैं इनका आईडी कार्ड चेक करना न भूलें। तय रकम से ज्यादा का भुगतान न करें। - चढ़ाई के दौरान अपने साथ कंबल, खाने-पीने का सामान साथ न ले जाएं क्योंकि ये सब आपको रास्ते में मिल जाएगा।
वैष्णो देवी आरती टाइमिंग
माता वैष्णो देवी की दिन में दो बार आरती की जाती है पहली आरती सूर्योदय से ठीक पहले और दूसरी शाम को सूर्यास्त के तुरंत बाद की जाती है। यह एक लंबी प्रक्रिया होती है। अरती के दौरान दर्शन रोक दिए जाते हैं।
हेलिकॉप्टर से यात्रा
माता वैष्णो देवी की चढ़ाई आप हेलिकॉप्टर से भी कर सकते हैं जो कटरा से सांझी छत तक होता है। हेलिकॉप्टर का एक तरफ का किराया 1005 रुपए प्रति व्यक्ति है। हेलिकॉप्टर टिकट को आप करंट हेलि टिकट काउंटर या वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट ( https://www.maavaishnodevi.org/helecopter_detail.aspx) से भी बुक करा सकते हैं। इसके लिए आपको वेबसाइट पर अपना यूजर अकाउंट बनवाना होगा।