दिल्ली में हैं और वीकेंड पर कहीं जाना चाहते हैं, तो नीमराना हो आइए। वाकई आपको मज़ा आ जाएगा। खास बात यह है कि नीमराना फोर्ट जाने के लिए आपको कोई लंबी छुट्टी लेने की ज़रूरत नहीं है। आप वीकेंड पर भी नीमराना जा सकते हैं। नीमराना फोर्ट अब एक बेहद सुंदर होटेल में तब्दील किया जा चुका है, लेकिन यहां खूबसूरती और मनमोहक छटा बेहद निराली है।
यहां का राजसी ठाठ-बाट, कल्चर और म्यूजिक आपको अपना दिवाना बना देगा। यहां अक्सर कई तरह के शोज़ होते रहते हैं, जिनमें आर्ट एग्जीबिशन, डांस कॉन्सर्ट और अन्य सिंगर्स के शोज़ शामिल हैं।
नीमराना में क्या है खास
वैसे तो नीमराना में पर्यटकों के लिए ज्यादा कुछ करने के लिए नहीं है, लेकिन किले में घूमने-फिरने का मज़ा तो लिया ही जा सकता है। फिर भी आप यहां से कुछ दूरी पर स्थित पुरानी बावली देखने जा सकते हैं। नीमराना फोर्ट के बाहर एक कच्चा रास्ता है जो ऐतिहासिक पुरानी बावली तक ले जाता हैकिले के गेट के बाहर कच्चा रास्ता सड़क तक ले जाता है। यही सड़क ऐतिहासिक बावली तक ले जाती है। यह बावली 11 मंजिल नीचे है। केवल आखिरी 2 मंजिल तक ही पानी है। राजस्थान के इतिहास के पन्नों पर दर्ज है कि बावली का निर्माण 1700 में हुआ था और यहां करीब 170 सीढ़ियां उतर कर पानी तक पहुंचा जा सकता है।
कैसे पहुंचें नीमराना
नीमराना दिल्ली से करीब 122 किलोमीटर दूर है। यहां पहुंचने के लिए पहले ट्रेन के ज़रिए दिल्ली से अलवर पहुंचना होगा और फिर वहां से टैक्सी से नीमराना पहुंचा जा सकता है। नीमराना के लिए नजदीकी एयरपोर्ट दिल्ली है। इसके अलावा दिल्ली-जयपुर के नैशनल हाईवे से करीब 3 घंटे में नीमराना पहुंच सकते हैं। वहीं कार से जा रहे हैं, तो शाहजहांपुर चेक पोस्ट के पास नीमराना साइन बोर्ड को खोजते जाएं। यहीं से दाईं तरफ मुड़कर, करीब 5 किलोमीटर आगे नीमराना आता है।