महाराष्ट्र में जुनार को राज्य सरकार ने स्पेशल टुरिज्म जोन घोषित कर दिया है। यहां स्थित शिवनेरी किला, यहां के घाट, लगभग 350 गुफा और दो अष्टविनायक मंदिर यहां पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। लेकिन इन जगहों के अलावा अब पर्यटकों को लुभाने के लिए आ गया है ग्रेप फेस्टिवल।
पर्यटन विभाग ने जुनार में ग्रेप
फेस्टिवल लॉन्च किया है। यह फेस्टिवल यहां के ग्रेप विलेज (अंगूरों का गांव) कहे जाने वाले गोलेगांव में लगेगा। इस तरह विभाग यहां के वाइन टूरिज्म को नई शक्ल देने की तैयारी में है। इस फेस्टिवल को एमटीडीसी रेजॉर्ट और जुनार के किसान मिलकर आयोजित कर रहे हैं। जुनार का ग्रेप फेस्टिवल 16 फरवरी से 19 फरवरी तक चलेगा।
इस festival का मकसद यहां के ग्रेप-ऐग्रो टूरिज्म और बिजनस को बढ़ावा देना है। प्लान के मुताबिक पर्यटक अंगूर के बागों में भ्रमण कर सकते हैं। वे अपने हाथों से अंगूर तोड़कर उन्हें खरीद सकते हैं। यहां पर्यटक अंगूर से वाइन बनने की प्रक्रिया को अपनी आंखों से देख सकेंगे। इस दौरान वे वाइन पी भी सकते हैं।
मालशेज घाट एमटीडीसी के मैनेजर विष्णु गाडेकर का कहना है कि जुनार के किसान सबसे ज्यादा गुणवत्ता वाले अंगूर उगाते हैं लेकिन नाम हमेशा नासिक का ही सामने आता है। इस टुअर का मकसद इन किसानों के लिए बाजार बनाना और ऐग्रो टूरिज्म को बढ़ावा देना है। यहां पर्यटकों के लिए कई सरप्राइज होंगे। उन्हें जुनार के कई जगहों को एक्सप्लोर करने का मौका मिलेगा।