तमिलनाडु के सुदूर दक्षिण तट पर बसे कन्याकुमारी शहर का पर्यटक स्थल के रूप में अपना महत्व है। दूर-दूर फैले समुद्र की विशाल लहरों के बीच सूर्योदय और सूर्यास्त का बहुत ही सुंदर नजारा यहां देखने को मिलता है। यहां कई स्थान ऐसे हैं जहां आप घूम सकते हैं। आइये आज उन स्थानों के बारे में जानते हैं…
विवेकानंद रॉक मेमोरियल
इस रॉक मेमोरियल का निर्माण 1970 में हुआ था। दक्षिण भारत में वास्तुकला का यह एक नायाब नमूना है। रॉक आइलैंड पर स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल को स्वामी विवेकानंद के सम्मान में बनाया गया था। बड़ी संख्या में पर्यटक इसे देखने आते हैं। यहां स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित है।
पद्मानभपुरम महल
वेल्ली हिल्स की तलहटी में स्थित यह एक सुंदर महल है। महल को त्रावणकोर के राजा ने ग्रैनाइट से बनवाया है। महल 4 किलोमीटर में फैला हुआ है।
अवर लेडी ऑफ रैनसम चर्च
अवर लेडी ऑफ रैनसम चर्च को मदर मैरी की याद में बनवाया गया था। इसका निर्माण 15वीं सदी में हुआ था। कन्याकुमारी के शानदार पर्यटन स्थल में यह भी एक है। चर्च के सेंट्रल टावर पर गोल्ड क्रॉस है।
कन्याकुमारी मंदिर
इसे कुमारी अम्मन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। कन्याकुमारी मंदिर देवी कुमारी अम्मन को समर्पित है। मंदिर का बड़ा धार्मिक महत्व है। हजारों लोग देवी का आशीर्वाद लेने और उनको श्रद्धा अर्पित करने के लिए यहां आते हैं। यहां सागर की लहरों की आवाज स्वर्ग के संगीत की भांति सुनाई देती है।
सूनामी स्मारक
2004 में सूनामी ने भारत के कई तटीय शहरों में तबाही मचाई। बड़ी संख्या में जान और माल का नुकसान हुआ था। सूनामी स्मारक उन लोगों की याद में बनाया गया है जिनलोगों को विनाशकारी आपदा के दौरान अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा।
ओलकरुवी झरना
पश्चिमी घाट में स्थित सुंदर झरना का नाम ओलाकरुवी फॉल्स है जिसे उल्लाकरवी फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है। इस झरने में दो छोटे-छोटे झरने हैं। एक पहाड़ी पर करीब 200 मीटर की ऊंचाई पर है और नीचे स्थित झरना पॉप्युलर पिकनिक स्पॉट है।
कामराजर मनिमंडपम
कामराजर मनिमंडपम तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कामराज को समर्पित है। वह लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे और तमिलनाडु के विकास के लिए कई योजनाएं लागू कीं। उनको ‘ब्लैक गांधी’ भी कहा जाता था।
उदयगिरी किला
इस किले को राजा मर्तंड वर्मा ने बनवाया था। यह कन्याकुमारी से 34 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसी किले में त्रावणकोर सेना के कमांडर रहे जनरल डे लेनॉय की समाधि भी है। वह राजा मर्तंड वर्मा के दोस्त भी थे।
कोरटालम झरना
कन्याकुमारी से 137 किलोमीटर की दूरी पर स्थित झरने के पानी के बारे में मानना है कि इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं।
गांधी स्मारक
महात्मा गांधी को समर्पित इस स्मारक का निर्माण 1956 में हुआ था। महात्मा गांधी की चिता की राख जिस जगह रखी गई थी, उसी जगह पर स्मारक का निर्माण किया गया है।